Six Action Shoes (Hindi)


किसी को क्या पता कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है? 💭 क्या आपने कभी सोचा है कि हम सब काम शुरू करने से पहले इतना सोचते क्यों हैं? यार, वो दिन याद है जब आपने सुबह-सुबह उठकर जिम जाने का पक्का इरादा किया था? अलार्म बजा, आपने बड़ी मुश्किल से आँखें खोलीं, और फिर? बस अगले 10 मिनट में रजाई आपको दुनिया की सबसे सेफ जगह लगने लगी और आप अपने "एक्शन प्लान" को अगले सोमवार के लिए टाल कर सो गए! 😴 क्या ये सिर्फ आपकी कहानी है? नहीं, ये हम सब की कहानी है। हममें से हर कोई एक्शन लेना चाहता है, बड़ा सोचना चाहता है, पर सही समय पर सही तरह से आगे बढ़ना नहीं जानता। बस यही वो वजह है कि महान विचारक एडवर्ड डी बोनो (Edward De Bono) ने एक धांसू कॉन्सेप्ट दिया: सिक्स एक्शन शूज़ (Six Action Shoes)। ये छह जूते सिर्फ फ़ैशन के लिए नहीं हैं; ये असल में काम करने के छह अलग-अलग तरीके हैं।

ज़रा सोचिए, एक छोटे से गाँव का लड़का था, राजू। 👦 राजू के पास दुनिया के सबसे बेहतरीन आइडियाज़ होते थे—कि कैसे गाँव में पानी की समस्या हल करें, कैसे छोटे किसानों को सीधा बाज़ार से जोड़ें। हर रात जब वो अपने दोस्तों के साथ चौपाल पर बैठता, तो उसके आइडियाज़ सुनकर सब वाह-वाह करते। लेकिन अगले दिन? राजू अपनी छोटी सी दुकान पर बैठा रहता, सिर्फ़ सोचता रहता और धीरे-धीरे उसके ख़ूबसूरत आइडियाज़ उसके दिमाग की धूल-मिट्टी में दबते चले जाते। राजू की कहानी हमारी कहानी से अलग नहीं है। हमारे पास भी ज्ञान है, जानकारी है, पर एक्शन लेने की हिम्मत नहीं है, या यूं कहें कि हमें पता ही नहीं है कि किस सिचुएशन में कौन सा 'जूता' पहनकर आगे बढ़ना है। 👟👟

डी बोनो (De Bono) कहते हैं कि काम करने का हर तरीका एक तरह का जूता है, और आपको अपनी सिचुएशन के हिसाब से सही जूता चुनना होता है। पहला जूता है नेवी-ब्लू औपचारिक जूते (Navy-Blue Formal Shoes)। 👔 ये जूते अनुशासन (Discipline) और रूटीन के लिए हैं। अगर राजू को रोज़ सुबह 6 बजे उठकर गाँव की समस्याओं पर काम करना था, तो उसे इन नेवी-ब्लू शूज़ की ज़रूरत थी। जब आपको लगता है कि आपकी ज़िंदगी में सब कुछ अस्त-व्यस्त है, कोई सिस्टम नहीं है, तब आपको अपने आप पर सख्ती करनी होगी। ये जूते कहते हैं: "सबसे पहले, नियमों का पालन करो। काम को काम की तरह देखो, कोई मज़ाक नहीं।" एक सरकारी दफ़्तर में, या किसी बड़े कॉर्पोरेट प्रोजेक्ट में, जहाँ हर चीज़ का एक प्रोटोकॉल होता है, वहाँ आपको अपने भावनाओं को किनारे रखकर सिर्फ़ और सिर्फ़ सिस्टम के हिसाब से चलना पड़ता है। ये सिर्फ़ एक तरह का 'एक्शन' है: नियमों का एक्शन। यह बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इसके बिना बड़ी टीम्स और बड़े प्रोजेक्ट्स कभी सफल नहीं हो सकते।

इसके बाद आता है हमारा मनपसंद और शायद सबसे ज़रूरी जूता: ग्रे स्नीकर्स (Grey Sneakers)। 🏃 ये वो जूते हैं जो तेज़ और हलके होते हैं, रिसर्च (Research) और खोज (Exploration) के लिए बने हैं। जब आप कोई नया बिज़नेस शुरू करने का सोचते हैं, तो क्या आप सीधा दुकान खोल देते हैं? नहीं! आप पहले मार्केट समझते हैं, लोगों की ज़रूरतें समझते हैं। ग्रे स्नीकर्स का मतलब है: "हर जानकारी को इकट्ठा करो, बिना किसी निष्कर्ष पर पहुँचे।" राजू अगर अपने गाँव की पानी की समस्या पर काम करना चाहता था, तो पहले उसे ग्रे स्नीकर्स पहनकर गाँव के सभी कुओं और हैंडपम्पों का सर्वे करना चाहिए था, लोगों से बात करनी चाहिए थी। इन ग्रे स्नीकर्स को पहनकर आप अपने डर और संदेहों (Doubts) को ख़त्म कर सकते हैं, क्योंकि आप एक्शन नहीं ले रहे हैं, आप सिर्फ़ डेटा इकट्ठा करने का एक्शन ले रहे हैं। यही वो जगह है जहाँ हम अपनी असफलताओं से सीखते हैं, बिना किसी बड़े रिस्क के।

तीसरा जूता है वो जो सबको चाहिए: ब्राउन डेली शूज़ (Brown Daily Shoes)। 👞 ये काम करने के सबसे प्रैक्टिकल (Practical) और रोज़मर्रा के जूते हैं। ये वो एक्शन है जो हर दिन होता है, जिसे हम अपनी कॉमन सेंस (Common Sense) से करते हैं। जब हम सुबह उठकर नाश्ता बनाते हैं, या ऑफ़िस के रास्ते पर ड्राइविंग करते हैं, तो हम ब्राउन शूज़ में होते हैं। ब्राउन शूज़ कहते हैं: "मामले को सुलझाओ, काम ख़त्म करो।" ये जूते न तो बहुत ज़्यादा नियमों का पालन करते हैं और न ही बहुत ज़्यादा रिसर्च करते हैं; ये बस उस काम को करते हैं जो करना ज़रूरी है। जब राजू को पता चला कि गाँव के 10 हैंडपंप ख़राब हैं, तो उसे ब्राउन शूज़ पहनकर तुरंत दो-तीन मिस्त्री (Mechanics) को बुलाना चाहिए था और उन्हें ठीक करने का काम शुरू कर देना चाहिए था। ये छोटे-छोटे, लगातार लिए गए एक्शन ही एक बड़ी सफलता की नींव रखते हैं।

लेकिन क्या होगा अगर कोई बड़ी ख़तरा सामने आ जाए? जैसे, अचानक बाढ़ आ जाए या आपके बिज़नेस में कोई बड़ा नुक्सान हो जाए? तब आप पहनते हैं ऑरेंज रबर बूट्स (Orange Rubber Boots)। 🚧 ये जूते ख़तरे और आपातकाल (Emergency) के लिए हैं। ऑरेंज बूट्स कहते हैं: "सावधान रहो, ख़तरे को भाँपो (Sense the Danger), और तुरंत बचाव के लिए काम करो।" जब आपको पता चलता है कि आपका कॉम्पिटिटर (Competitor) बाज़ार में एक सस्ता प्रोडक्ट ला रहा है, तो ये इमरजेंसी है! आपको तुरंत एक मीटिंग बुलानी होगी, अपने दाम कम करने होंगे या अपनी क्वालिटी को बढ़ाना होगा। ये एक्शन बहुत तेज़, निर्णायक (Decisive) और सिर्फ़ समस्या को रोकने पर केंद्रित (Focused) होता है। ये वो समय नहीं है कि आप रिसर्च करें या नियम-कानून देखें। आपको ज़िंदा रहने के लिए, अपने बिज़नेस को बचाने के लिए, बिना देर किए एक्शन लेना होता है। डरना नहीं है, पर हर ख़तरे से लड़ने के लिए तैयार रहना है।

अब आता है सबसे मज़ेदार और शायद सबसे मुश्किल जूता: पिंक स्लिपर्स (Pink Slippers)। 💖 यह जूता भावनाओं, देखभाल (Caring), और मानवता (Humanity) के लिए है। डी बोनो (De Bono) कहते हैं कि सिर्फ़ लॉजिक (Logic) से दुनिया नहीं चलती। कभी-कभी हमें अपने और दूसरों के एक्शन को दिल से समझना पड़ता है। जब राजू ने गाँव के लोगों की मदद की, तो सिर्फ हैंडपंप ठीक करने से बात नहीं बनी, उसे लोगों की भावनाओं को समझना पड़ा, उन्हें सम्मान देना पड़ा। पिंक स्लिपर्स कहते हैं: "लोगों को समझो, उनकी भावनाओं का ख़याल रखो।" एक मैनेजर के तौर पर, जब आपका कोई एम्प्लॉई (Employee) बीमार होता है, तो आप उसे छुट्टी देते हैं—यह पिंक स्लिपर्स का एक्शन है। यह आपकी टीम में विश्वास और अपनापन बढ़ाता है। याद रखना, एक सफ़ल इंसान सिर्फ़ स्मार्ट नहीं होता, वो इमोशनली इंटेलिजेंट (Emotionally Intelligent) भी होता है। अपने एक्शन में दया और संवेदनशीलता को शामिल करना भी एक एक्शन है।

और अंत में, हमारे पास है भविष्य का जूता: पर्पल राइडिंग बूट्स (Purple Riding Boots)। 🔮 ये जूते अथॉरिटी (Authority), लीडरशिप (Leadership), और एक बड़ा विज़न (Vision) सेट करने के लिए हैं। पर्पल बूट्स पहनने वाला एक्शन लेने वाला नहीं होता, वो एक्शन की दिशा तय करता है। जब राजू गाँव में सब कुछ ठीक कर चुका था, तो उसे यह सोचना था कि अगले पाँच सालों में वह अपने गाँव को कहाँ देखना चाहता है। उसे एक बड़ा लक्ष्य (Goal) बनाना था, एक ऐसा विज़न जो सबको प्रेरित करे। पर्पल बूट्स कहते हैं: "आगे देखो, दूर का लक्ष्य सेट करो, और सबको सही रास्ते पर लाओ।" ये जूते आपको एक लीडर बनाते हैं। आप एक्शन के मास्टर नहीं, आप एक्शन के आर्किटेक्ट (Architect) बन जाते हैं।

ये छह जूते हमें बताते हैं कि एक्शन कभी भी एक जैसा नहीं होता। हमारी ज़िंदगी में रोज़ाना इन छह में से कोई न कोई सिचुएशन आती रहती है। एक अच्छा एथलीट वही होता है जिसे पता होता है कि कब भागना है (ग्रे), कब रुकना है (नेवी-ब्लू), और कब चोट लगने पर फर्स्ट-ऐड बॉक्स इस्तेमाल करना है (ऑरेंज)। Six Action Shoes सिर्फ़ एक किताब नहीं है, यह ज़िंदगी जीने का एक मैन्युअल (Manual) है। राजू ने जब इन छह तरह के एक्शन को अपनी ज़िंदगी में उतारा, तो सिर्फ़ उसके हैंडपंप ठीक नहीं हुए, उसने गाँव वालों का विश्वास जीता और एक बड़ा लीडर बन गया।

सोचो, आज आप कौन से जूते में हैं? क्या आप सिर्फ़ सोच रहे हैं (ग्रे), या नियम तोड़ रहे हैं (नेवी-ब्लू की कमी), या सिर्फ़ भावनाओं में बह रहे हैं (पिंक स्लिपर्स में फंसे हैं)? अब सोचो मत, सिर्फ़ एक्शन लो, और सही सिचुएशन में सही जूता पहनो! 🚀

🔥 अब आपकी बारी है! आप Edward De Bono के इन छह जूतों में से सबसे ज़्यादा कौन सा जूता पहनते हैं? 👟 नीचे कमेंट में लिखकर हमें भी बताइए, और इस आर्टिकल को अपने उन दोस्तों के साथ शेयर कीजिए जो सिर्फ़ सोचते रहते हैं, पर एक्शन नहीं लेते! 🎯



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