What Were They Thinking? (Hindi)


क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया की सबसे कामयाब कम्पनियाँ 🤩, जो खरबों रुपये का बिज़नेस करती हैं, वो भी इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकती हैं कि उनके करोड़ों रुपये एक झटके में डूब जाते हैं? 💸 जब आप किसी नई शुरुआत के बारे में सोचते हैं, चाहे वह कोई नया प्रोडक्ट लॉन्च हो, कोई बिज़नेस आईडिया हो, या सिर्फ़ अपनी ज़िंदगी का कोई बड़ा फ़ैसला हो, तो आपके मन में सिर्फ़ सफलता की कहानियाँ 🏆 ही घूमती हैं। लेकिन, Robert McMath और Thom Forbes की यह ज़बरदस्त किताब "What Were They Thinking?" हमें उस अँधेरे सच से रूबरू कराती है जिसे हर कोई नज़रअंदाज़ कर देता है: विफलता (Failure)

यह कहानी सिर्फ़ बिज़नेस की नहीं है, यह आपकी और मेरी कहानी है। यह उन सभी छोटे-बड़े फ़ैसलों की कहानी है जो हमने जोश में आकर लिए और बाद में पछताए। 🤦‍♀️

ज़रा सोचिए: एक समय था जब लोग अपनी सफ़ाई की आदतों को लेकर बहुत संजीदा थे, और टॉयलेट पेपर का बिज़नेस ज़ोरों पर था। एक बड़ी कंपनी ने सोचा, "लोग अपने कपड़ों की तरह टॉयलेट पेपर को भी परफ़्यूम वाला 🌸 क्यों नहीं इस्तेमाल करेंगे?" उन्हें लगा, ये तो एक क्रांतिकारी आईडिया है! 💡 उन्होंने बाज़ार में सुगंधित टॉयलेट पेपर लॉन्च किया। नतीजा? बुरी तरह फ़्लॉप! 📉 ग्राहकों ने तुरंत इसे रिजेक्ट कर दिया। उन्हें टॉयलेट पेपर में कोई भी अतिरिक्त परफ़्यूम या केमिकल पसंद नहीं आया। कंपनी ने करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा और उन्हें ये प्रोडक्ट तुरंत बाज़ार से हटाना पड़ा।

आप कहेंगे, "ये तो छोटी सी बात है!" लेकिन, यही छोटी सी बात आपके बड़े सपने को चकनाचूर कर सकती है। इस किताब में ऐसे ढेरों उदाहरण हैं, जहाँ सोच में ज़रा सी कमी या ग्राहक की ज़रूरत को न समझना एक विनाशकारी फ़ैसला बन गया।

याद है कोका-कोला (Coca-Cola) का वो मशहूर किस्सा? 🥤 एक ब्रांड जो सिर्फ़ स्वाद नहीं, बल्कि एक एहसास है। दशकों तक यह दुनिया का सबसे लोकप्रिय ड्रिंक रहा। फिर, 1985 में, कंपनी के बड़े-बड़े दिग्गजों ने ख़तरनाक जुआ खेला। उन्हें लगा कि अगर वे अपने पुराने फ़ॉर्मूले को बदल कर, एक नया और मीठा स्वाद (जिसे New Coke कहा गया) पेश करेंगे, तो वे पेप्सी (Pepsi) को हरा देंगे। उनका इरादा मार्केट लीडर बने रहने का था, लेकिन उनका अहंकार और ओवर-कॉन्फ़िडेंस उन पर भारी पड़ गया।

जैसे ही New Coke बाज़ार में आया, भूचाल आ गया! 🌋 लोगों ने इस बदलाव को व्यक्तिगत अपमान की तरह लिया। उन्हें लगा जैसे किसी ने उनकी बचपन की यादों को छीन लिया हो। कंपनी के फ़ोन लाइन्स जाम हो गए, लाखों विरोध पत्र लिखे गए। लोग सड़कों पर उतर आए, 'पुरानी कोक' वापस लाओ के नारे लगे। कंपनी को महज़ 79 दिन के अंदर अपनी 100 साल पुरानी रेसिपी पर वापस लौटना पड़ा! यह इतिहास में मार्केटिंग की सबसे बड़ी विफ़लताओं में से एक मानी जाती है।

सवाल यह है: वे क्या सोच रहे थे? 🤔

McMath और Forbes बताते हैं कि इन सभी विफ़लताओं के पीछे कुछ सामान्य कारण हैं जो हमें अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भी देखने को मिलते हैं।

पहला कारण है: रिसर्च की कमी। 🧐

ज़्यादातर बिज़नेस फ़ैल इसलिए होते हैं क्योंकि वे बाज़ार को ठीक से समझते ही नहीं हैं। वे अपने Product/Idea के प्यार में इतने अंधे हो जाते हैं कि यह देखना भूल जाते हैं कि क्या ग्राहक को सच में इसकी ज़रूरत है? क्या आपने अपने किसी आईडिया पर महीनों काम किया है, लेकिन उसे किसी दूसरे व्यक्ति को दिखाया तक नहीं? क्या आपने कभी किसी ऐसे फ़ैसले को टाल दिया है जिसे करना बहुत ज़रूरी था? New Coke की टीम ने हज़ारों टेस्ट किए, पर वे यह नहीं समझ पाए कि कोक सिर्फ़ एक ड्रिंक नहीं, एक संस्कृति (Culture) है। उन्होंने केवल स्वाद पर ध्यान दिया, जबकि लोग इमोशन से जुड़े हुए थे।

दूसरा कारण है: 'सब कुछ' एक ही बार में करने की कोशिश। 🤯

एक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी ने एक ऐसा ऑल-इन-वन प्रोडक्ट बनाने का सोचा जो चाय, कॉफ़ी और सूप तीनों का काम एक ही बार में कर दे! ☕🍜 लोगों ने इसे 'सूप-कॉफ़ी' कहकर मज़ाक उड़ाया। उन्होंने सोचा कि यह सुविधा (Convenience) होगी, पर यह असुविधा बन गई क्योंकि ग्राहक को पता ही नहीं चला कि वे इसका इस्तेमाल कब करें! जब आप अपनी ज़िंदगी में एक साथ कई लक्ष्य साधने की कोशिश करते हैं, तो क्या आप भी अपनी ऊर्जा को इसी तरह बिखेर नहीं देते? 🧘‍♂️ यह किताब सिखाती है: फ़ोकस ज़रूरी है।

तीसरा कारण है: समय का ग़लत चुनाव (Wrong Timing)। ⏱️

एक बड़ी कंपनी ने इंटरनेट से पहले ही एक होम कंप्यूटर लॉन्च करने की कोशिश की, जब लोगों को पता ही नहीं था कि कंप्यूटर उनके लिए क्या कर सकता है। प्रोडक्ट अच्छा था, पर समय ग़लत था। 🕰️ क्या आपने कभी कोई अच्छा काम ग़लत समय पर शुरू किया है? जैसे कि, जब आप पूरी तरह तैयार नहीं थे, या जब दुनिया उस आईडिया के लिए तैयार नहीं थी? सही काम को सही समय पर ही करना बुद्धिमानी है।

चौथा कारण है: ग्राहकों की बात न सुनना। 🙉

अगर आपका दोस्त या परिवार आपको किसी काम से मना कर रहा है, तो एक बार रुक कर उनकी बात ज़रूर सुनिए। मैकमेथ बताते हैं कि विफ़ल हुए कई प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने से पहले ही चेतावनी मिली थी। लेकिन, कंपनी के लीडर्स ने अपनी सुनी। उन्हें लगा कि वे सबसे ज़्यादा जानते हैं। यह अहंकार (Ego) ही सबसे बड़ी विफलता का कारण बनता है। 🗣️ सच्चे लीडर वो होते हैं जो आलोचना को सुधारने का मौक़ा मानते हैं, न कि व्यक्तिगत हमला।

लेकिन, इस अँधेरे में भी एक रौशनी है।

यह किताब सिर्फ़ ग़लतियों की लिस्ट नहीं है; यह एक पावरफुल सबक है। हर विफलता की कहानी के अंत में एक सवाल है: "इससे हमने क्या सीखा?" 🧠 McMath कहते हैं कि असफलता से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उसे एक महँगी ट्यूशन फ़ीस 💸 समझना चाहिए जो आपने अपनी सबसे बड़ी शिक्षा को हासिल करने के लिए दी है।

आपकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा फ्लॉप क्या था? 🤔

हो सकता है वह कोई रिलेशनशिप रही हो, कोई नौकरी जो आपने छोड़ दी, या कोई बिज़नेस आईडिया जो शुरू होने से पहले ही बंद हो गया। जब आप उस असफलता को याद करें, तो दुखी मत होइए, बल्कि अपने आप से पूछिए, "मैंने रिसर्च कहाँ छोड़ी? मैंने अहंकार कहाँ दिखाया? क्या मैं लोगों की बात सुन रहा था?"

असफल होना बुरा नहीं है; विफलता से कुछ न सीखना बुरा है।

तो, अगली बार जब आप कोई बड़ा फ़ैसला लें, कोई नया आईडिया शुरू करें, या अपनी ज़िंदगी में कोई बड़ा बदलाव लाएँ, तो इस किताब के सबक याद रखें। आँखें खोलकर, रिसर्च करके, और लोगों की सुनकर आगे बढ़िए। 🚀

याद रखिए, दुनिया के सबसे सफल लोग वो नहीं हैं जिन्होंने कभी गलती नहीं की, बल्कि वो हैं जिन्होंने सबसे ज़्यादा गलतियाँ कीं और उनसे सबसे ज़्यादा सीखा। 💪

आपकी असली ताक़त आपके फ़ेलियर फ़ाइल्स में छुपी है। उन्हें बन्द मत कीजिए, बल्कि उन्हें ध्यान से पढ़िए! 📚

तो, आपने आज अपनी सबसे बड़ी विफलता से क्या सीखा? नीचे कमेंट्स में हमें बताइए और इस सीख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि वे भी करोड़ों का नुकसान होने से बच सकें! 👇 सीखना कभी बंद मत करो! 🔁


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