अगर आप खुद से पूछ रहे हैं कि क्या आप अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल कर रहे हैं... तो जवाब शायद 'नहीं' है। 🤯
आपकी ज़िंदगी का वो पल याद है? वो जब आपको लगा था, "बस! अब और नहीं! अब मुझे 100% से ज़्यादा देना है"? वो फ़ीलिंग... वो जैसे अंदर से एक आग लग जाती है। उस दिन आपने शायद अपना 110% दिया होगा, और नतीजा? जादू! ✨ लेकिन सच कहूँ तो, हम सब उस 'जादू' को रोज़ क्यों नहीं जी पाते? क्यों हम बस 80% पर या 90% पर ही रुक जाते हैं, जब हमें पता है कि 110% पर दुनिया बदल जाती है?
यही सवाल सालों पहले Mark H. McCormack ने खुद से पूछा था। वही इंसान जिसने दुनिया की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स मार्केटिंग कंपनी बनाई—IMG (International Management Group)। मार्क ने दुनिया के सबसे बड़े एथलीट्स, बिज़नेस लीडर्स और सफल लोगों के साथ काम किया। उन्होंने एक पैटर्न देखा: जो लोग सच में आगे निकलते हैं, वो सिर्फ मेहनत नहीं करते; वो अपनी कोशिशों में, अपने सोचने के तरीके में, और अपने हर काम में एक 'अतिरिक्त 10%' जोड़ देते हैं। उनकी किताब 'The 110% Solution' सिर्फ एक फॉर्मूला नहीं है; यह एक माइंडसेट है, एक जीने का तरीका। और मैं आज उसी तरीके को आपकी ज़िंदगी में उतारने की कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
मैं आपको रमेश की कहानी बताता हूँ। रमेश, 28 साल का, दिल्ली के एक छोटे से ऑफिस में काम करता था। उसकी सैलरी ठीक-ठाक थी, ज़िंदगी भी ठीक-ठाक चल रही थी। पर उसके अंदर एक बेचैनी थी—उसे लगता था कि वह 'बड़ा' नहीं कर पा रहा है। हर सुबह वो अलार्म को बंद करके उठता, उसी पुराने रूट से ऑफिस जाता, और वही घिसा-पिटा काम करता। वह अपना 100% दे रहा था, ईमानदारी से। वह कभी देर से नहीं आया, न कभी काम से भागा। पर फिर भी, प्रमोशन और पहचान उसके दोस्तों को मिलती, उसे नहीं। रमेश ने मुझसे पूछा, "भाई, मैं 100% दे रहा हूँ, फिर भी मैं क्यों पिछड़ रहा हूँ?"
मैंने उसे मार्क मैकॉर्मैक की एक बड़ी बात समझाई: "100% देना तो सिर्फ मेज़ पर बैठने की क़ीमत है।" 🍽️ यानी, 100% एफर्ट तो बेसिक है—वो तो हर कोई कर रहा है जो अपनी नौकरी बचाना चाहता है। असली गेम तो 'एक्स्ट्रा 10%' का है। वो 10% जो आपको 'भीड़' से निकालकर 'लीग' में डालता है।
रमेश के लिए 'एक्स्ट्रा 10%' क्या था? यह था छोटी-छोटी चीज़ों पर ध्यान देना। मार्क मैकॉर्मैक कहते हैं कि छोटी चीज़ें ही बड़ी चीज़ें बनाती हैं। आपने अपने बॉस को कोई रिपोर्ट सबमिट की। 100% क्या है? रिपोर्ट साफ़-सुथरी है, डेटा सही है, और आपने उसे समय पर भेज दिया। 110% क्या है? आपने न सिर्फ डेटा सही भेजा, बल्कि आपने उस डेटा के आधार पर 3 ऐसे सुझाव भी लिख दिए जो कंपनी का फ़ायदा करा सकते थे। 📝 आपने 'सिर्फ' रिपोर्ट नहीं दी; आपने समाधान (Solution) दिया।
रमेश ने यह करना शुरू किया। जब उसका क्लाइंट मीटिंग के लिए आता, 100% यह था कि वह मीटिंग के लिए तैयार रहता। 110% क्या था? वह क्लाइंट के बिज़नेस और इंडस्ट्री के बारे में 15 मिनट ज़्यादा पढ़ता। वह यह रिसर्च करता कि उनके प्रतिद्वंद्वी (competitors) क्या कर रहे हैं। मीटिंग में जब सब 'क्या करना है' पर बात कर रहे थे, रमेश ने एक नया बिज़नेस एंगल दे दिया जो किसी और ने सोचा ही नहीं था। क्लाइंट हैरान रह गया! यह होता है 'The 110% Solution'—सामने वाले की उम्मीद से बस थोड़ा ज़्यादा कर देना। वो थोड़ा ज़्यादा ही आपकी पहचान बन जाता है।
यह 110% सिर्फ़ बिज़नेस में नहीं लगता, यह रिश्तों में भी काम करता है। ❤️ आप अपनी पत्नी, अपने बच्चों या दोस्तों को 100% प्यार देते हैं जब आप उनके लिए समय निकालते हैं। 110% क्या होगा? जब आप उनको सुनते हैं, तब आप पूरे दिल से सुनते हैं। आप फ़ोन नहीं देखते, आप बीच में बात नहीं काटते। आप सिर्फ उनकी दुनिया में डूब जाते हैं। मार्क कहते हैं, "लोगों की सुनें, और वो आपको बताएंगे कि उन्हें क्या चाहिए।" जब आप 110% ध्यान देते हैं, तो आपको पता चलता है कि सामने वाले को क्या सच में चाहिए, न कि सिर्फ़ वो जो वो बोल रहे हैं। यह एक्स्ट्रा 10% आपकी बॉन्डिंग को लोहे जैसा मज़बूत बना देता है।
एक और बहुत बड़ा पॉइंट जो इस किताब में है, वो है 'असुरक्षा (Insecurity)'। 😨 मार्क कहते हैं कि कई लोग अपना 110% नहीं देते क्योंकि उन्हें हारने का डर होता है। उन्हें लगता है कि अगर उन्होंने पूरी कोशिश कर ली, और फिर भी सफल नहीं हुए, तो क्या होगा? तो लोग जानबूझकर थोड़ा कम एफर्ट देते हैं, ताकि अगर फ़ेल हो गए, तो कह सकें: "मैंने पूरी कोशिश ही कहाँ की थी!" यह एक आत्म-विनाशकारी (self-destructive) सोच है। मैकॉर्मैक कहते हैं, 'डर को अपनी कोशिश पर हावी मत होने दो।' यह 110% देना एक हिम्मत का काम है। यह मानने का काम है कि 'मैं फ़ेल हो सकता हूँ, पर मैं बिना कोशिश किए नहीं हारूँगा।'
रमेश ने अपने डर को पहचाना। उसका डर था कि अगर उसने ज़्यादा मेहनत की और बॉस को पसंद नहीं आया तो? उसने इस डर को छोड़ दिया और एक प्रोएक्टिव (proactive) अप्रोच अपनाई। उसने अपने बॉस को एक महीने के लिए हर शुक्रवार एक शॉर्ट ईमेल भेजना शुरू कर दिया, जिसमें वह बताता कि अगले हफ़्ते वह क्या एक्स्ट्रा 10% करने जा रहा है। उसने बॉस को सोचने पर मजबूर कर दिया कि "यह लड़का बस काम नहीं कर रहा, यह आगे बढ़ रहा है।"
यह किताब आपको एक और शानदार टूल देती है—'अपनी शक्तियों को पहचानो और उन्हीं पर काम करो।' 💪 अक्सर हम कमज़ोरियों को सुधारने में इतना समय लगा देते हैं कि हमारी ताकतें धूल फाँकने लगती हैं। 110% सॉल्यूशन कहता है कि आप अपनी सबसे बड़ी ताकत को पहचानो और उसे इतना शार्प (sharp) बना दो कि कोई आपके क़रीब भी न आ सके। मान लो आप डेटा एनालिसिस में बहुत अच्छे हैं। तो आप डेटा एनालिसिस को 110% दो। आप एक ऐसा मॉडल बना दो जो किसी और ने न बनाया हो। आपकी वो ख़ासियत ही आपको नंबर 1 बनाती है। 🥇
जब रमेश को अपनी 'डेटा विज़ुअलाइज़ेशन (Data Visualization)' की ताकत का पता चला, तो उसने बाक़ी सब काम से थोड़ा समय निकालकर, डेटा को इस तरह से पेश करना शुरू कर दिया कि हर मीटिंग में उसका प्रज़ेंटेशन सब की निगाह खींच लेता था। वह 100% से 110% बन गया।
यह सफ़र एक रात में नहीं हुआ। यह कंसिस्टेंसी (Consistency) का गेम है। मैकॉर्मैक कहते हैं कि 110% Solution का मतलब यह नहीं है कि आप हर दिन 24 घंटे काम करें और जलकर ख़त्म हो जाएँ। 🔥 नहीं! 110% का मतलब है स्मार्ट एफर्ट (Smart Effort) और फोकस्ड एनर्जी (Focused Energy)। यह वो स्ट्रेटेजिक मूव है जो सही समय पर सही दिशा में किया जाता है।
सोचिए, अगर आप हर दिन सिर्फ़ 1% ज़्यादा देने की आदत डाल लें, तो साल के अंत तक आप 37 गुना ज़्यादा बेहतर होंगे! यह Compound Effect है। 📈
तो, अब आप क्या करेंगे? क्या आप आज भी अपने 100% कम्फर्ट ज़ोन में रहेंगे, या बाहर निकलकर उस जादुई 110% को छूने की हिम्मत करेंगे? क्या आप सिर्फ़ रिपोर्ट भेजेंगे, या साथ में समाधान भी? क्या आप सिर्फ़ सुनेंगे, या पूरे दिल से समझेंगे?
याद रखिए, ज़िंदगी आपको तब तक पहचान नहीं देगी जब तक आप उसे वो एक्स्ट्रा 10% नहीं देते जो उसने आपसे उम्मीद नहीं की थी। उठो, और 110% की तैयारी करो। कल नहीं, अभी से! आपका 110% क्या होगा? 🤔
अगर इस कहानी ने आपके अंदर की आग को जगाया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें। कौन जानता है, हो सकता है आपका एक शेयर किसी और को उसका 110% ढूँढने में मदद कर दे! 👇 नीचे कमेंट करके मुझे बताएं कि आप किस चीज़ में आज अपना एक्स्ट्रा 10% देने वाले हैं!
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